इस कविता के माध्यम से मैं मातृभूमि के प्रति अपना प्रेम व्यक्त करना चाहती हूँ| इस कविता के माध्यम से मैं मातृभूमि के प्रति अपना प्रेम व्यक्त करना चाहती हूँ| ...
मन मेरा शून्य में है हाँ मन मेरा शून्य में है कोई सब कुछ खोकर भी खुदा की इबादत करने ज मन मेरा शून्य में है हाँ मन मेरा शून्य में है कोई सब कुछ खोकर भी खुदा की इ...
चक्रवात के चक्कर में त्राहि-त्राहि है मन घिसा पीटा हुआ लग रहा है नश्वर जीवन।। चक्रवात के चक्कर में त्राहि-त्राहि है मन घिसा पीटा हुआ लग रहा है नश्वर ...
मैं पहरेदार खड़ा हूँ, ए मेरे देशवासियों तुम अपनी नींद न बर्बाद करो सेना में जाना, थी मजबूरी मेरी ... मैं पहरेदार खड़ा हूँ, ए मेरे देशवासियों तुम अपनी नींद न बर्बाद करो सेना में ज...
सौगंध मातृभूमि की तुमको- विजय युद्ध विधान करो। सौगंध मातृभूमि की तुमको- विजय युद्ध विधान करो।
एक सैनिक के पापा हैं वो, उनको भी समझा देना, देश के हित में साझेदारी, उनकी भी बतला देना l एक सैनिक के पापा हैं वो, उनको भी समझा देना, देश के हित में साझेदारी, ...